Uttrakhand haldwani Eye Donation camp : उत्तराखंड के हल्द्वानी में आई डोनेशन के अवसर पर शुक्रवार को विशेष जागरूकता अभियान आयोजित किया गया था इस कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने लोगों को Eye Donation के महत्व को बताया।
डॉक्टरों ने दी प्रेरणा
उत्तराखंड के रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल और वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जीएस तितीहाल के अनुसार एक छोटा सा प्रयास किसी भी व्यक्ति की जिंदगी में उजाला ला सकता है। अगर हम नेत्रदान का संकल्प ले लेते हैं तो कई सारे लोग अंधकार से बाहर आ सकते हैं।
डॉक्टर के द्वारा लोगों से अपील भी की गई है की मृत्यु के बाद में अपनी आंखें दान देने का संकल्प ले क्योंकि यही दान किसी व्यक्ति के जीवन में एक अमूल्य रोशनी ला सकता है।
मरीज और समाज की भागीदारी
उत्तराखंड में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉक्टर के साथ कई मरीज भी मौजूद थे। मौके पर लोगों ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए नेत्रदान के महत्व को भली भांति अच्छी तरह समझा डॉक्टर नितिन समेत अन्य डॉक्टरों ने भी जागरूकता फैलाने में अपनी एक अहम भूमिका निभाई है।
आई डोनेशन से क्यों है समाज को लाभ?
देश में लाखों लोग हैं जो कॉर्नेल ब्लाइंडनेस से पीड़ित है अगर समय पर उन्हें नेत्रदान मिल जाता है तो उन्हें देखने की क्षमता मिल जाती है। इस दान सी केवल किसी व्यक्ति की जिंदगी बदल सकती है बल्कि समाज को एक नई दिशा भी मिल सकती है।
हालांकि उत्तराखंड के हल्द्वानी में आयोजित इस नेत्रदान जागरूकता से काफी सारे लोग नेत्रदान के महत्व को समझ कर भविष्य में नेत्रदान कर सकते हैं।