Hindi Day celebration: उत्तराखंड के हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा क्षेत्र में हिंदी दिवस की अवसर पर एक भव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र और राज्य के सभी साहित्यकारों कवियों और विद्वानों ने हिस्सा लिया। उत्तराखंड में इस सम्मेलन को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा की महत्वता को लोगों के बीच प्रकट करना और साहित्यकारों को सम्मानित करना था।
अतिथि और सम्मान
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर गीता मिश्रा ने की है जबकि वरिष्ठ साहित्यकार आशा शैली इसकी मुख्य अतिथि थी दामोदर जोशी और कन्हैयालाल विशिष्ट अतिथि के रूप में इस मौके पर मौजूद रहे। जहां सभी अतिथियों को कुमाऊं साहित्य रत्न सम्मान से नवाजा गया इसके अलावा सम्मेलन में शामिल कवियों और साहित्यकारों को साहित्य सेवा सम्मान देकर भी सम्मानित किया गया।
कविताएँ और प्रस्तुतियाँ
इस काव्य सम्मेलन का आकर्षण स्थानीय और प्रख्यात कवि की रचना थी ललितभट्ट,राजेंद्र ढैला, विद्या महतोलिया और डॉ. गुंजन जोशी आदि ने अपनी कविताओं के माध्यम से सुनने वाले लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया इस रचनाओं में सामाजिक मुद्दों से लेकर संस्कृति और भावनाओं की झलक भी दिखाई दी।
आयोजन की विशेषताएँ
इस कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर प्रदीप उपाध्याय ने किया है इसमें डॉक्टर भगवती पनेरु, मीना अरोड़ा, बीना भट्ट और भगवती धपोला सहित कई सारे साहित्य प्रेमी भी थे इस आयोजन नहीं या साबित किया की हिंदी भाषा केवल साहित्य का ही माध्यम नहीं है बल्कि हमारे संस्कृति और परंपरा की आत्मा भी है।
उत्तराखंड के कुसुमखेड़ा में आयोजित होने वाला काव्य सम्मेलन हिंदी साहित्य की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, Hindi Day celebration की उपलक्ष पर होने वाले या आयोजन केवल कवियों के लिए ही नहीं बल्कि समाज में हिंदी के प्रति गर्व और प्रेम की भावना को प्रबल करने की दिशा में एक मजबूत कदम था।