Rajput bussiness summit: उत्तराखंड के रामनगर में आयोजित राजपूताना बिजनेस सबमिट ने राजपूत समाज को एक नई पहचान और एक दिशा देने का काम किया है। दो दिवस का यह आयोजन होने का मुख्य उद्देश्य समुदाय को औद्योगिक विकास की ओर प्रेरित करना एवं रोजगार से जोड़ना था।
उद्योग से जुड़ाव
अब तक राजपूत समाज की वीरता और प्रखर के बारे में सभी लोग जानते थे लेकिन इस सबमिट के द्वारा यह संदेश दिया गया कि आने वाले समय में उद्योग और वेबसाइट में भी राजपूत समाज नहीं ऊंचाइयां लेगा। पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि राजपूत सिर्फ शौर्य नहीं बल्कि उद्योगों के लिए भी पहचाने जाएंगे।
प्रेरक विचार
महाराणा प्रताप के वंशज लक्ष्यराज सिंह ने युवाओं को यह संदेश दिया कि व्यापार और उद्यमिता में कठिनाइयां तो आती रहेंगे लेकिन उन्हें घबराना नहीं चाहिए वहीं अन्य लोगों ने कहा कि राज्य सरकार निवेश करने वाले लोगों और उद्योगपतियों को सहयोग भी दे रही है। उन्होंने खास तौर पर राजपूत युवाओं को नशे से दूर रहकर स्वास्थ्य और कैरियर पर ध्यान देने की सलाह दी है।
सम्मान समारोह
इस सबमिट में कश्मीर अवार्ड भी दिया गया जिसमें देश भर के 40 लोगों को यह सम्मान दिया गया जिनमें से सात लोग उत्तराखंड से ही थे सम्मानित लोगों में उद्योग, शिक्षा, कृषि, खेल, सेना और समाज सेवा से जुड़े कई प्रकार के प्रतिनिधि शामिल थे।
भविष्य की संभावनाएँ
ये बिजनेस समिट केवल सामाजिक एकता ही नहीं बल्कि आर्थिक मजबूती का भी प्रतीक है, अगर इस पहल को ठोस निवेश प्रशिक्षण और सरकारी सहयोग का साथ मिलता है, तो यह न केवल राजपूत समाज बल्कि पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल सकता है।