Uttrakhand cloudburst : उत्तराखंड के चमोली जिले में गुरुवार दिए रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है नंदा नगर तहसील के कुन्तरी लगाफाली, सरपाणी और धुर्मा गांव मैं इस आपदा से सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा। अचानक हुई तेज बारिश और मलबे के बहन के कारण ग्रामीणों को संभलने का मौका भी नहीं मिला कहीं घर तो पल भर में मलबे के अंदर चले गए और वहीं खेत और मवेशी भी बुरी तरह से प्रभावित हुए।
कितने लोग लापता और नुकसान का आकलन
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इस घटना में करीब 10 लोग लापता हो गए हैं।कुन्तरी लगाफाली गांव में 6 मकान पूरी तरह से मालवे में ध्वस्त हो गए हैं जबकि धुर्मा गांव में पांच घर क्षतिग्रस्त अवस्था में है। सर पानी में भी कई परिवार प्रभावित हो गए हैं ग्रामीणों के अनुसार रात को आए इस आफत में लोगों को घरों से निकलने का समय ही नहीं दिया था।
राहत और बचाव कार्य जारी
इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम को मौके पर भेजा। मेडिकल की टीम और एंबुलेंस भी प्रभावित इलाकों में तैनात की गई जिससे घायलों को तुरंत इलाज मिल पाया। जिलाधिकारी लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहे हैं।
क्यों आती हैं ऐसी आपदाएँ
विशेषज्ञ के अनुसार हिमालय क्षेत्र में मानसून के दौरान अचानक भारी बारिश होना आम समस्या है लेकिन बादल फटने जैसी घटनाएं बेहद खतरनाक होती है क्योंकि यह कुछ ही मिनट के अंदर असामान्य तरीके से वर्षा करती है। ढलान वाले पहाड़ी भाग जो और कमजोर मिट्टी वाले क्षेत्र ऐसी घटनाओं में घातक साबित हो जाते हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
उत्तराखंड के मौसम विभाग में उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है प्रशासन ने सभी लोगों को सतर्क रहने और नदियों नालों आदि से दूर रहने की सलाह दी है।