बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने धामी सरकार को लिया आड़े हाथों
Your Download Will Start Soon!
You will be redirected in 10 seconds.
कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखंड में बिगड़ती कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए धामी सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस ने आरोप लगाए कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है। उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, लेकिन राज्य में आए दिन महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी होती जा रही है।
उत्तराखंड में बिगड़ रही कानून व्यवस्था
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से वार्ता करते हुए पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि बीते रोज हरिद्वार जिले के बहादराबाद से एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना रोंगटे खड़े कर देने वाली है.उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ न सिर्फ दुष्कर्म किया गया बल्कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की जघन्य हत्या कर दी गई। इस पूरे हत्याकांड को सत्तारूढ़ भाजपा के प्रधान पति अमित सैनी और ओबीसी आयोग के सदस्य आदित्य राज सैनी ने अंजाम दिया। गरिमा का कहना है कि देहरादून उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी है। और यहां सभी मंत्री रहते हैं उसके बावजूद देहरादून में महिलाओं के प्रति अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
गरिमा दसौनी ने कहा कि देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग का मुंह बोले मामा ने दुराचार कर दिया उसी तरह पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां का शव पाया गया। देहरादून में ही उपनल कर्मी द्वारा खुद को वन दरोगा बताकर आरक्षी के साथ दुष्कर्म किया गया, जो नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र का मामला है। देहरादून के ही कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनो से दुराचार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं बढ़ गई है, लेकिन पुलिस प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है।
कांग्रेस का कहना है कि 2017 और 2022 में प्रदेश की जनता ने विश्वास जताते हुए भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया, राज्य की जनता ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार प्रदेश में भाजपा के 5 सांसद बनाये। ऐसे में भाजपा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करे। महिलाओं पर बढ़ते अपराधों पर कांग्रेस पार्टी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य पर भी जमकर निशाना साधा है।