Historic Ramleela : हल्द्वानी के कुमाऊं क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जाने वाला हिस्टोरिक रामलीला का आगाज शनिवार को हो चुका है। प्राचीन रामलीला मैदान में पारंपरिक विधि विधान से ध्वज स्थापना की गई है और रामलीला व्यास गोपाल दत्त शास्त्री ने मंत्र का उच्चारण करते हुए पूजा संपन्न कर इस आयोजन की शुरुआत की है।
परंपरा और आस्था का संगम
हल्द्वानी की यह रामलीला बहुत पुरानी परंपरा है जिसे वहां के लोग श्रद्धा उत्साह के साथ मनाते हैं ध्वज स्थापना के बाद रामलीला आयोजन की तैयारी औपचारिक रूप से प्रारंभ हो गई है। यहां न केवल धार्मिक आस्था लोगों की जोड़ी है बल्कि इस आयोजन से समाज एकजुट होकर एक बड़ा माध्यम बनता है।
तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार
राम रामलीला समिति के अनुसार अब मंच सज गया है पुत्रों का निर्माण शुरू हो चुका है टेंट और रोशनी की व्यवस्था पर भी तेजी से कम हो रहा है खास तौर पर रावण दहन के लिए विशाल पुतले यहां बनाए जा रहे हैं। आतिशबाजी और सांस्कृतिक कार्यक्रम से माहौल को और भी रोमांचक बनाने की योजना की गई है सुरक्षा और भीड़ को लेकर पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो चुकी है।
उत्सुकता और उत्सव का माहौल
Historic Ramleela के कारण ध्वज स्थापना होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों में उत्साह और उमंग का माहौल बन चुका है बड़ी संख्या में नागरिक इस अवसर पर वहां उपस्थित थे बच्चों से लेकर बुजुर्गों सभी में रामलीला मंच को लेकर खुशी का माहौल दिखाई दे रहा था।