Cricket Association of Uttarakhand: उत्तराखंड के नैनीताल हाई कोर्ट ने क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड में हुए कथित फाइनेंशियल मिस मैनेजमेंट को गंभीरता से लेते हुए बीसीसीआई को एक नोटिस जारी कर दिया है जिसमें याचिकाकर्ता का आरोप है कि खिलाड़ियों के विकास और सुविधाओं के लिए मिले करोड़ों रुपए का उन्होंने गलत इस्तेमाल किया है।
करोड़ों के खर्च पर विवाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्रिकेट एसोसिएशन को लगभग 12 करोड रुपए का फंड दिया गया था लेकिन इसमें से 35 लख रुपए सिर्फ किले पर खर्च दिखाए गए हैं इतना ही नहीं खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं तक भी नहीं दी गई है इस पर कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताई और क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा है।
अन्य गड़बड़ियों के आरोप
केवल इतना ही नहीं क्रिकेट एसोसिएशन पर अन्य गड़बड़ियों के भी आरोप लगाए गए हैं जैसे खिलाड़ियों को चुनने में प्रोसेस का इस्तेमाल नहीं करना, भोजन और अतिथि पर करोड रुपए का खर्च करना।, लॉकडाउन के दौरान 11 करोड रुपए का उपयोग करना, एक ही कंपनी की लीग को आयोजन का कॉन्ट्रैक्ट हमेशा देना आदि जैसे सवाल से क्रिकेट एसोसिएशन की कार्य प्रणाली पर काफी गंभीर सवाल उठाए हैं।
खिलाड़ियों पर असर
सभी खिलाड़ियों के अनुसार मैदान और ट्रेनिंग में भी सुविधाओं की कमी होने के कारण उनका करियर प्रभावित हो रहा है, जिस पैसे से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टेडियम और ट्रेनिंग कैंप तैयार होनी चाहिए उसका उपयोग गलत दिशा में संगठन कर रहा है।
पारदर्शिता की मांग
यह पूरा मामला इस बात को उजागर करता है कि खेल संस्थाओं में पारदर्शिता और हर बात की जवाब देही होनी बहुत जरूरी है कोर्ट के दखल से उम्मीद है कि खिलाड़ियों के हित में सख्त कदम उठाए जाएंगे।