Paper Leak Case : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की हाल ही में आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया है जिससे प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है, ऐसा आरोप है की परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद प्रश्न को सोशल मीडिया पर लिख कर दिया गया था। कई परीक्षा देने वाले छात्रों का कहना है कि पहले से ही भारी रकम लेकर छात्रों को पास करने का वादा किया गया था। इस मामले में प्रशासन के द्वारा दो लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है।
कांग्रेस का राज्यव्यापी विरोध
इस घटना के बाद उत्तराखंड में कांग्रेस ने युवाओं के साथ धोखा बताते हुए राज्य भर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार और उत्तराखंड आयोग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उत्तराखंड में जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया कांग्रेस नेताओं का ऐसा कहना है कि बार-बार पेपर लीक होने से बेरोजगार युवाओं का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है।
सरकार और आयोग की सफाई
सरकार और आयोग का कहना है कि यह कोई बड़े पैमाने का पेपर लिख नहीं है बल्कि कुछ पन्ने एक केंद्र से बाहर आ गए हैं आयोग का कहना है कि सभी परीक्षा केदो पर मोबाइल जेम्स लगाए गए थे फिर भी तकनीकी कमी होने की वजह से यह घटना देखी गई है। आयोग ने पुलिस और एसटीएफ से जांच की सिफारिश की है कि दोषियों को कठोर से कठोर सजा मिले।
युवाओं की नाराजगी
लगातार पेपर लीक होने जैसे घटनाओं से युवाओं के बीच एक विश्वास पैदा हो गया है कहीं अभ्यर्थियों का मानना है कि यदि समय पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में किसी भी परीक्षा पर छात्रों का विश्वास खत्म हो जाएगा। बेरोजगारी पहले से ही एक बड़ी समस्या बनी हुई है और ऐसे मामलों में छात्रों का भरोसा और टूटता है।
हालांकि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक की परीक्षा के पेपर लीक के मामलों को कांग्रेस एक राजनीतिक मुद्दा बना रही है। अब देखना होगा की जांच किस प्रकार की जाती है ताकि दोषी का पता चल सके उसे सजा मिले।