[liveblog]
Vishwakarma Day: उत्तराखंड के हल्द्वानी के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान यानी आईटीआई परिसर में इस बार विश्वकर्मा पूजा बड़े उत्सव श्रद्धा के साथ मनाया गया है। या उत्सव विशेष रूप से उन कारीगरों तकनीशियन और विद्यार्थियों के लिए समर्पित होता है जो अपने कौशल और मेहनत के जरिए समाज की प्रगति में अहम योगदान देते हैं।
औजारों और मशीनों की पूजा
इस कार्यक्रम की शुरुआत विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा के सामने पूजा अर्चना से हुई, इसके बाद विद्यार्थियों और प्रशिक्षक ने अपने औजारों और मशीनों की भी विधि तरीके से पूजा की। इस अवसर पर पूरे परिसर के साफ-सफाई की गई और मशीनों को विशेष रूप से सजाया गया। आयोजन का मुख्य संदेश क्या था कि उपकरण और औजार का भी सम्मान करना उतना ही जरूरी है जितना उन्हें सीखना और उपयोग करना है।
विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी
आईटीआई प्रेशर के छात्र-छात्राओं ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया और पूजा होने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया इससे न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण बना बल्कि छात्रों को टीमवर्क और अनुशासन का भी अनुभव मिला।
तकनीकी शिक्षा से जुड़ा महत्व
विश्वकर्मा पूजा मनाने का उद्देश्य केवल धार्मिक श्रद्धा तक ही सीमित नहीं है यह दिवस विद्यार्थियों को यह सिखाता है कि औजारों और मशीनों की देखभाल, मरम्मत और सुरक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षकों ने इस मौके पर छात्रों को प्रेरित किया कि वह मेहनत और कौशल के जरिए तकनीकी शिक्षा को अपनाया और भविष्य में समाज को एक नई दिशा दें।
श्रमिकों और कारीगरों का सम्मान
विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर लोगों ने कहा कि हर बड़ा उद्योग और प्रोजेक्ट उन कार्यक्रम और टेक्नीशियन की मेहनत से खड़ा है जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है विश्वकर्मा पूजा उनके योगदान को याद करने और उन्हें सम्मान देने का ही एक अवसर है।