उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की पेपर लीक मामले में जांच और भी तेजी से की जा रही है। उत्तराखंड में विशेष जांच दल (SIT) में हरिद्वार में मुख्य आरोपी खालिद के घर छापेमारी की और आरोपी से पूछताछ भी की। अधिकारियों ने उसके परिवार और करीबी लोगों से भी कई प्रकार के सवाल किया, ऐसा माना जा रहा है की सीट को इस दौरान कुछ अहम सुराग मिल चुके हैं जो पूरे पेपर लिखकर रैकेट का पर्दाफाश कर सकते हैं।
पेपर लीक केस ने हिलाया सिस्टम
UKSSSC Paper Leak मामले से राज्य भर के लाखों प्रतियोगिता छात्रों का विश्वास हल चुका है युवा लगातार सड़कों पर उतरकर निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनकी मेहनत और भविष्य को इस तरीके से पेपर लीक माफिया का एक समूह पूरा बर्बाद कर रहा है। यही कारण है कि पेपर लीक कैस पर पूरे जनता विपक्ष दोनों की निगाहें हैं।
प्रशासन का सख्त रुख
इस मामू में प्रशासन के द्वारा पूछताछ ही नहीं की जा रही है बल्कि प्रशासन आरोपी खालिद के संपत्तियों पर भी कार्यवाही कर रही है। हाल ही में उसकी दुकान को ध्वस्त कर दिया गया ताकि यह संदेश जाए की परीक्षा में धांधली करने वाले लोगों को किसी भी हाल में माफ नहीं किया जाएगा। वहीं सरकार ने भी एसआईटी जांच को रिटायर उच्च न्यायालय न्यायाधीश की निगरानी में जांच करने का फैसला लिया है ताकि मामले में पारदर्शिता और विश्वास बना रहे।
क्यों खास है यह जांच
यह मामला केवल एक परीक्षा से जुड़ा घोटाला ही नहीं है बल्कि पूरी भर्ती प्रक्रिया के विश्वास से जुड़ा मामला है। यदि इस मामले पर सख्त और निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई नहीं की जाती है तो युवाओं का भरोसा सरकारी नौकरी और परीक्षाओं से उठ सकता है। सीट के द्वारा अब आरोपी का मोबाइल डाटा, कॉल डिटेल्स और नेटवर्क से जुड़े लोगों की जांच की जा रही हैं।
उत्तराखंड का यह UKSSSC Paper Leak केस इस समय राज्य की सबसे बड़ी खबर है एक ओर सरकार और सीट की टीम इस शक्ति से सुलझाने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर छात्र जल्द न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। आने वाले दिनों में यह जांच ये तय करेगी कि क्या सचमुच दोषियों को सजा मिलेगी।