Chardham Yatra 2025: चार धाम यात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पूरी दुनिया में सर्वोपरि माना जाता है। ताजा अपडेट के अनुसार चार धाम यात्रा 2025 में गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे इस दिन विशेष रूप से पूजा अर्चना और अनुष्ठान होने के बाद मां गंगा की डोली को शीतकालीन प्रवास के लिए मुखबा गांव ले जाया जाएगा यह तिथि अन्नकूट पर्व के शुभ संयोग पर तय हुई है।
यमुनोत्री धाम 23 अक्टूबर को होंगे बंद
गंगोत्री की एक दिन बाद यमुनोत्री धाम के कपाट 23 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे विजयदशमी के दिन पंचांग के अनुसार बंद करने का मुहूर्त तय किया जाने वाला है। इस अवसर पर श्रद्धालु बड़ी संख्या मेंउपस्थित रहते हैं और मां यमुना की डोली को ले जाकर शीतकालीन निवास के लिए हर्षाली गांव ले जाया जाएगा।
यात्रा का धार्मिक महत्व और आस्था
Chardham Yatra 2025 हिंदू धर्म के लोगों के लिए आस्था का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है ऐसा विश्वास है कि चार धाम के दर्शन से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने से पहले बड़ी संख्या में भक्ति अंतिम दर्शन के लिए यहां पर पहुंचते हैं।
इस वर्ष की यात्रा और आंकड़े
इस साल आपदा और भारी बारिश के कारण कुछ समय के लिए यात्रा बंद रही लेकिन फिर से आपदा रुकने के बाद श्रद्धालुओं ने आना शुरू कर दिया अब तक लगभग 45 लाख श्रद्धालुओं ने चार धाम के दर्शन कर लिए हैं। इस संख्या से हमें इस बात का प्रमाण मिलता है कि कठिन परिस्थिति होने के बावजूद लोगों की आस्था अटूट है।
निष्कर्ष और भविष्य की तैयारी
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चार धाम यात्रा का यह चरण बंद हो जाएगा। प्रशासन में श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह समय रहते दर्शन कर ले और मौसम की स्थिति को ध्यान में रखें भविष्य में आपदा प्रबंधन और सुविधाओं को और मजबूत बनाने की भी जरूरत है। ताकि आने वाले वर्षों में लोगों के लिए चार धाम यात्रा और भी सुरक्षित हो सके।