उत्तराखंड में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर घोषणा की कि सरकारी बेसिक स्कूलों में 2100 पदों पर शिक्षकों की भर्ती जल्द शुरू की जाएगी। यह भर्ती प्राथमिक शिक्षा सेवा नियमावली में संशोधन के बाद जिलावार आधार पर की जाएगी। शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार समारोह के बाद मीडिया से बातचीत में इसकी जानकारी दी। इस भर्ती से राज्य के बेसिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी और हर स्कूल में कम से कम दो शिक्षक सुनिश्चित किए जाएंगे।
इस उत्तराखंड शिक्षक भर्ती 2025 (Teacher Vacancy in Uttarakhand)में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि एनआईओएस से डीएलएड करने वाले अभ्यर्थी भी इसमें शामिल हो सकेंगे। इससे उन उम्मीदवारों को फायदा होगा जो दूरदराज के क्षेत्रों से आते हैं और जिनके पास महंगे कोर्स करने की सुविधा नहीं होती। भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह जिलावार होगी, यानी हर जिले में स्थानीय स्तर पर चयन किया जाएगा। इससे पहाड़ी इलाकों की चुनौतियों को समझने वाले शिक्षकों को प्राथमिकता मिल सकेगी। सरकार का लक्ष्य है कि इस भर्ती से शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए, खासकर उन स्कूलों में जहां शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
उत्तराखंड बेसिक टीचर्स भर्ती 2025 के साथ-साथ अन्य पदों पर भी काम चल रहा है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि 1500 एलटी पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके अलावा, 2815 प्रवक्ता पदों पर एलटी शिक्षकों को प्रमोशन दिया जाएगा। हाई स्कूलों में प्रधानाध्यापक के 830 पदों को अंतरिम प्रमोशन से भरा जाएगा, जिसके लिए सरकार हाई कोर्ट से अपील करने की तैयारी में है। बीआरसी और सीआरसी के 1500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पहले से चल रही है, और इनकी नियुक्ति के बाद शिक्षक अपने मूल स्कूलों में लौट सकेंगे। माध्यमिक स्कूलों में प्रवक्ता के 825 पदों पर भर्ती का अधियाचन आयोग को भेजा जा चुका है। इन सभी कदमों से राज्य में शिक्षा विभाग की रिक्तियां कम होंगी और नई नौकरियां पैदा होंगी।