Student Union Election : उत्तराखंड के विभिन्न महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में इस बार छात्र संघ चुनाव शांतिपूर्ण माहौल से संपन्न हुआ सुबह से छात्रों में वोट डालने को लेकर उत्साह देखा गया। कॉलेज परिषद में लंबी मात्रा में कटारी लगी हुई थी और छात्रों ने लोकतंत्र की इस पहली सीढ़ी को मजबूत बनाने में अपनी एक अहम भूमिका निभाई थी।
मतगणना और परिणाम
शनिवार को मतदान समाप्त होने के बाद मतगणना शुरू हुई, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और प्रशासन की निगरानी में बैलेट बॉक्स खोले गए थे। कुछ खबरों के अनुसार कहीं कॉलेज से परिणाम आने भी शुरू हो गए हैं एमकेपी महिला कॉलेज में एनएसयूआई ने सभी पदों पर जीत दर्ज कर ली है जबकि कुछ अन्य संस्थान में ABVP मजबूत पकड़ निभाई है।
विवाद और प्रशासन की भूमिका
उत्तराखंड के डीएवी पीजी कॉलेज में मतदाता के द्वारा मतगणना के दौरान कुछ विवाद सामने आए हैं। समर्थक ने प्रोटेस्ट को लेकर कई प्रकार के सवाल उठाए हैं इसके बाद माहौल तनाव पूर्ण हो गया था। हालात संभालने के लिए पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे आईजी गढ़वाल को भी कॉलेज पहुंचना पड़ा ताकि स्थिति को नियंत्रण में किया जा सके। यह घटना हमें बताती है कि स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को लेकर छात्रों में कितना जोश और संवेदनशीलता है।
क्यों अहम है छात्रसंघ चुनाव
छात्र संघ चुनाव केवल कॉलेज राजनीति तक ही सीमित नहीं रहता है बल्कि यह युवाओं के लिए नेतृत्व और लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए एक बड़ा अच्छा अनुभव होता है। NSUI और ABVP कैसे संगठन राष्ट्रीय राजनीति से सीधे जुड़े होते हैं इसलिए इन चुनाव को बड़े राजनीतिक दलों की भविष्य की दिशा के संकेत रूप में देखा जा सकता है।
आगे की चुनौतियाँ
हालांकि उत्तराखंड में अधिकांश जगह या चुनाव शांति से संपन्न हुआ है लेकिन मतगणना विवादों ने पारदर्शिता पर कई प्रकार के प्रश्न भी खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन को चाहिए कि भविष्य में मतगणना होने के लिए एक सख्त और निष्पक्ष व्यवस्था बनाईजाए। छात्रों का विश्वास बनाए रखना लोकतंत्र की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है।
उत्तराखंड में स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन नए युवाओं की राजनीतिक भागीदारी को एक नया दिशा दिया है मतदान में भारी उत्साह संगठन की प्रतिस्पर्धा और प्रशासनिक सक्रियता को और भी खास बनाते हैं।